Loading...

Threads of Love | RakshaBandhan ka त्योहार | Short story

7 1________

शीर्षक: "प्यार के धागे"

गेंदे की मालाओं और टिमटिमाती रोशनी से सजे आरामदायक हॉल में, हवा प्रत्याशा से गूंज रही थी। यह रक्षाबंधन था, भाई-बहन के बंधन का उत्सव, और कमरा हंसी, गर्मजोशी और जलेबियों और मिठाई की मीठी सुगंध से भर गया था।

भाई-बहन निचली कॉफी टेबल के चारों ओर इकट्ठे हुए, उनकी आँखें स्नेह से चमक रही थीं। राखी के धागे करीने से रखे हुए थे, हर एक धागा सुरक्षा और प्यार का वादा कर रहा था। बहनों ने व्यक्तित्व के अनुसार रंगों का मिलान करते हुए उन्हें सावधानी से चुना था।

सोफ़ा अनगिनत यादों का गवाह बना - देर रात की हँसी-मजाक, साझा किए गए रहस्य और कभी-कभार होने वाली तकरार। जैसे ही परिवार बस रहा था, उसके गद्दे बिल्कुल ढीले हो गए, जिससे परिवार को सहारा मिल रहा था। सबसे छोटी बहन ने अपनी राखी कसकर पकड़ ली, उसे अपने भाई की कलाई पर बांधने के लिए उत्सुक थी।

उनके माता-पिता गर्व से चमकते हुए पास बैठे थे। मिठाई की थाली चारों ओर बांटी गई - जिसमें लड्डू, बर्फी और गुलाब जामुन की स्वादिष्ट विविधता थी। जलेबी, सुनहरी और चाशनी जैसी, एक क्रिस्टल कटोरे से निकली हुई।

और इस तरह, उस आरामदायक हॉल में, मिठाइयों की खुशबू और प्यार की हल्की गुंजन के बीच, उनके बंधन के धागे मजबूत हो गए। उन्होंने एक-दूसरे के साथ खड़े रहने की कसम खाई, चाहे दूरी या समय कोई भी हो। रक्षा बंधन पर, भाई-बहन सिर्फ राखी नहीं बांधते थे - वे प्यार और हंसी के साथ यादों की एक कशीदाकारी बुनते थे।

और जैसे-जैसे शाम गहराती गई, वे एक साथ बैठे, हाथ जुड़े हुए थे, दिल भरे हुए थे। जलेबियाँ गायब हो गईं, मिठाई गायब हो गई, लेकिन ख़ुशी कायम रही - यह याद दिलाता है कि परिवार सभी का सबसे प्यारा उपहार होता है।

#shortstory #stories #storytelling #kahani #bhaibehen #rakshabandhan #rakhi #hteasylearning #kahaniya

コメント